नाराकास गांधीधाम की संयुक्त कार्यशाला (जो दिनांक 26.12.2018 को 02:00 बजे – 05:30 बजे अपराह्न तक चली) में पावरग्रिड कारपोरेशन लिमिटेड भचाऊ की तरफ से सभी प्रतिभागियों को एक एक पुस्तक भी प्रदान की गयी।मेरे हिस्से आयी प्रेमचंद की सेवासदन।इसका आवरण ही इतना आकर्षक लगा कि मैं घर पहुंचते पढ़ना शुरू कर दिया ।उस रात 87 पृष्ठ तक, कल यानी 27.12.2018 को 217 पृष्ठ तक एवं आज सुबह उठकर साढ़े आठ बजे तक पुरा चाट दिया (240 पृष्ठ)।प्रेमचंद सदा से मेरे प्रिय रहे हैं।इस उपन्यास को पढने के उपरान्त एकबार पुनः इस कलम के सिपाही को नमन निवेदित किया ।