सेवासदन : इस महीने पढ़ी गयी पुस्तक


नाराकास गांधीधाम की संयुक्त कार्यशाला (जो दिनांक 26.12.2018 को 02:00 बजे – 05:30 बजे अपराह्न तक चली) में पावरग्रिड कारपोरेशन लिमिटेड भचाऊ की तरफ से सभी प्रतिभागियों को एक एक पुस्तक भी प्रदान की गयी।मेरे हिस्से आयी प्रेमचंद की सेवासदन।इसका आवरण ही इतना आकर्षक लगा कि मैं घर पहुंचते पढ़ना शुरू कर दिया ।उस रात 87 पृष्ठ तक, कल यानी 27.12.2018 को 217 पृष्ठ तक एवं आज सुबह उठकर साढ़े आठ बजे तक पुरा चाट दिया (240 पृष्ठ)।प्रेमचंद सदा से मेरे प्रिय रहे हैं।इस उपन्यास को पढने के उपरान्त एकबार पुनः इस कलम के सिपाही को नमन निवेदित किया ।

शीर्षक : सेवासदन

लेखक : प्रेमचंद

संस्करण : नौवां

प्रकाशक : दिल्ली : मनोज पब्लिकेशन्स, 2013

पृष्ठ संख्या : 240

आकार : 21×14 सेमी

जिल्द : पेपर बैक

मानक संख्या : ISBN 978 -81-8133-293-6

मूल्य : 80 रूपये

प्रमुख पात्र : दारोगा कृष्णचंद्र, गंगाजली, सुमन,शांता,महन्त रामदास, मुख्तार,गजाधर, पदमसिंह, सुभद्रा,जीतन,भोलीबाई, मदनसिंह, भामा, सदन,उमानाथ, जाह्नवी, विट्ठलदास, बलभद्रदास, चिम्मनलाल, डाॅक्टर श्यामाचरण, कुंवर अनिरूद्ध सिंह,रूस्तम भाई, प्रभाकरराव, प्रोफेसर रमेशदत्त, भगतराम, तेगअली,अबुलवफा,अब्दुल्लतीफ,हाजी हाशिम,सैयद शफकतअली, शरीफहसन

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